Monday 22 April 2013

IMS Noida Organised Scholarship Test


To celebrate the glorious 15 year in education Institute of Management Studies (IMS) Noida sector 62 organised Scholarship test for aspiring candidates for bachelor courses like BBA, BCA, BJMC and BALLB.
Around 150 students from various schools like Modern School Barakhamba, G D Gonekha, Ryan International, Amity school, DPS Noida, Cambrige and DAV have registered and attended the test. Admission Head Varsha Khurana told that due to large number of registration we are planning to conduct the scholarship test again in the month of May.
 
She said this year IMS is completing its 15 year in Education so we are giving scholarships to meritorious students at the time of admission.
 IMS is the first institute of Noida affiliated from AIU.

Aditi Mahajan who came for the test told that there are many colleges in Noida for professional studies so we don’t need to go far for studies and IMS Scholarship test will help and motivate the students to take admission in nearby colleges.

Thursday 18 April 2013

भावी फुटबॉलरों ने की सलाम नमस्ते में शिरकत

इंस्टिट्यूट ऑफमैनेजमेंट स्टडीज (आई.एम.एस) नोएडा के कम्युनिटी रेडियो सलाम नमस्ते 90.4 में प्रतिभाशाली फुटबॉल खिलाड़ी प्रणव कोतरा और एल. जिराया बेंजमिन प्रसाद ने ने शिरकत की। इन दोनो खिलाड़ियों को देश की मशहूर फुटबॉल अकेडमी मोहन बगान ने प्रशिक्षण के लिए चयन किया है। बृहस्पतिवार को सलाम नमस्ते की स्टेशन हेड बर्षा छबारिया ने सलाम टैलेंट कार्यक्रम के लिए इनका साक्षात्कार लिया। यह साक्षात्कार रविवार को प्रसारित किया जाएगा। ज्ञात हो कि स्थानिय प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के लिए सलाम नमस्ते इस कार्यक्रम का आयोजन करता है।
बारहवीं के छात्र प्रणव कोतरा और एल. जिराया ने बताया कि मोहन बगान अकेडमी में उन्हें तीन से चार वर्षों तक प्रशिक्षण दिया जाएगा, इस दौरान इंडियन लीग अंडर 19 में  इन्हें खेलने का मौका मिलेगा। अशोका फुटबॉल अकेडमी के छात्र रह चुके प्रणव और जिराया ने अपनी सफलता का श्रेय परिवार के साथ अपने कोच जोगिंदर सिंह रावत को दिया।
प्रणव ने बताया कि हमारे देश के स्कूलो में बच्चों में खेल की रूचि को प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। उन पर स्कूल का होमवर्क, प्रोजेक्ट और अटेंडेंस का दबाव बच्चों की प्रतिभा को उभरने नहीं देता। जिराया ने प्रणव की बातों पर सहमति जताते हुए कहा कि बच्चे के हुनर को निखारने के लिए परिवार के साथ-साथ स्कूल का सहयोग भी जरूरी है इसलिए स्कूलों में ऐसा प्रावधान हो, जिससे छात्र पढ़ाई के साथ-साथ अपने अन्य हुनर को भी उतनी ही प्राथमिकता दे।
प्रणव के पापा प्रदीप कोतरा ने बताया कि बच्चों को स्वेच्छा से कैरियर चुनने की स्वतंत्रता देनी चाहिए एवं कैरियर का चयन करते वक्त बच्चों पर किसी भी प्रकार का दबाव न बनाएं। शुरू से ही फुटबॉल के प्रशंसक रहे जिराया के पापा पॉल प्रसाद ने बताया कि उन्होंने हमेशा से जिराया के फुटबॉल की रूचि को प्रोत्साहित किया है।
मोहन बगान फुटबॉल अकेडमी में अपने सलेक्शन से उत्साहित प्रणव और जिराया ने बताया कि वे दोनों खाने के काफी शौकिन है, प्रणव ने बताया कि वहां पहूंच कर वे दादी के हाथों के बने कबाब मिस करेंगे।